बीसीसीआई सीनियर चयन समिति की बैठक, कोच उम्मीदवारों का लिया गया साक्षात्कार
मुंबई - टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच के लिए मौजूदा बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ को इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज मार्क रामप्रकाश और हमवतन विक्रम राठौड़ से चुनौती मिलेगीभारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की सीनियर चयन समिति ने गुरुवार को बीसीसीआई मुख्यालय में बैठक की और टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ के लिए उम्मीदवारों का साक्षात्कार किया। पांच सदस्यीय समिति में अध्यक्ष एमएसके प्रसाद, शरणदीप सिंह, गगन खोड़ा और जतिन परांजपे मौजूद थे जबकि देवांग गांधी विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक से जुड़ेटीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच के लिए 14, गेंदबाजी कोच के लिए 12 और फील्डिंग कोच के लिए नौ उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया गया। समिति ने इसके अलावा फिजियोथेरेपिस्ट के लिए 16, स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच के लिए 12 र के लिए 24 उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया। साक्षात्कार प्रक्रिया चार दिन चली और गरुवार शाम को समाप्त हुई। चयन समिति ने हर पद के लिए तीन-तीन उम्मीदवारों को प्राथमिकता के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया है। बल्लेबाजी कोच के लिए विक्रम राठौड़, संजय बांगड़ और रामप्रकाश, गेंदबाजी कोच के लिए मौजूदा कोच भरत अरुण, पारस महाम्ब्रे और भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद तथा फील्डिंग कोच के लिए मौजूदा कोच आर श्रीधर, अभय शर्मा और टी दिलीप को शॉर्टलिस्ट किया गया है। फिजियोथेरेपिस्ट के लिए नितिन पटेल, एंड्रयू लीपस और वैभव डागा तथा प्रशासनिक मैनेजर के लिए गिरिश डोंगरे, वेंकटेश राजगोपालन और आनंद यालविगी के नाम शॉर्टलिस्ट किए गए हैं। समिति ने स्टेंथ एंड कंडीशनिंग कोच के लिए ल्यूक वुड हाउस, ग्रांट लुडेन, रजनीकांत शिवागननम, निक वेब और आंनद दाते को दूसरे राउंड के इंटरव्यू के लिए एनसीए बुलाया है ताकि उनकी प्रैक्टिकल स्किल्स देखी जा सके। समिति ने बीसीसीआई के सीईओ से आग्रह किया है कि वह नियुक्ति के लिए जरुरी कदम उठाएइससे पहले कपिल देव के नेतृत्व वाली तीन सदस्यीय चयन समिति ने गत शुक्रवार वर्तमान कोच रवि शास्त्री को भारतीय टीम का मुख्य कोच बनाए रखने का फैसला किया था। शास्त्री का कार्यकाल दो वर्षों के लिए बढ़ाया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि वर्तमान सहायक कोच संजय बांगड़, भरत अरुण (गेंदबाजी कोच) और आर श्रीधर (फील्डिंग कोच) का दावा मजबूत है। टीम के कोच शास्त्री भी इनका कार्यकाल बढ़ाना चाहता हैं।