टीम से ऐसे ही प्रदर्शन की थी उम्मीद: कप्तान कोहली
किंग्सटन (वार्ता) - वेस्टइंडीज को दूसरे टेस्ट मुकाबले में 257 रनों के बड़े अंतर से हराकर भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बने विराट कोहली ने मध्यक्रम के युवा बल्लेबाज हनुमा विहारी की सराहना करते हुए कहा है कि उन्होंने इस मुकाबले में अपने काबिलियत साबित की है। विराट सेना ने सोमवार को दूसरे टेस्ट के चौथे ही दिन मेजबान विंडीज को दूसरी पारी में 210 रन पर निपटा कर 257 रनों के बड़े अंतर से मैच जीता तथा सीरीज अपने नाम कर ली। भारत ने इस मुकाबले को जीतने के साथ ही आईसीसी विश्व चैंपियनशिप में 120 अंक भी हासिल कर लिए। विराट की अपनी कप्तानी में भारतीय टीम की यह 28वीं जीत थी और उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी (27 जीत) को पीछे छोड़ दिया। मैच के बाद विराट ने कहा, "हमने इन चार दिनों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। टीम से ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद थी और हमें उम्मीद के अनुरुप नतीजा मिला। हालांकि यह काफी चुनौतीपूर्ण था। हम एक समय परेशानी में थे लेकिन खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रयास से हमने ये मुकाबला जीत लिया।” हनुमा की तारीफ करते हुए कप्तान ने कहा, "हनुमा ने इस मैच में शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने इस मुकाबले में अपनी जिम्मेदारी से खेलते हुए साझेदारी की और पूरी लगन के साथ बल्लेबाजी की। पिच को देखते हुए उनकी पारी सर्वश्रेष्ठ थी।” विराट ने कहा, "हनुमा एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो पूरे विश्वास के साथ बल्लेबाजी करने उतरते हैं। उन्हें पता है कि उनका रोल क्या है और वह अपनी जिम्मेदारी बखूबी समझते हुए बल्लेबाजी करते हैं। जब हनुमा क्रीज पर होते हैं तो ड्रेसिंग रुपशांत रहता है। टीम के खिलाड़ी निश्चिंत रहते हैं। उनकी यह खासियत है।” विराट ने कहा, "हनुमा अपनी पिछली गलतियों से सीख लेते हैं। वह अपनी गलती को पहचानकर उसमें सुधार करते हैं। हनुमा हमेशा टीम के लिए योगदान देना चाहते हैं। वह अभी युवा हैं और उनका करियर काफी लंबा है। उन्होंने इस मुकाबले में बेहतरीन प्रदर्शन कर अपनी प्रतिभा दिखाई और यह साबित किया कि उनका टीम में चयन किस आधार पर किया गया।” भारत के लिए सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनने पर उन्होंने कहा, “यह टीम के संयुक्त प्रदर्शन के कारण संभव हो सका है। हमारी टीम बेहद मजबूत है। टीम में बेहतरीन गेंदबाज हैं और इन गेंदबाजों के बिना यह जीत संभव नहीं थी। मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा ने जिस तरह आक्रामक गेंदबाजी की ये वाकई बेहतरीन था। रवींद्र जडेजा ने भी अच्छी गेंदबाजी की।” कप्तान ने कहा, "मैं सिर्फ एक कप्तान हूं और फैसले लेता हूं लेकिन मेरे निर्णय को सही साबित करना टीम के हाथ में है। हमारे लिए ये महज विश्व चैंपियनशिप का आगाज है। पिछले दिनों जो कुछ भी हुआ हम उसे पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ गए हैं और अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रीत करना चाहते हैं।” वेस्टइंडीज के लिए विराट ने कहा, "विंडीज को पता है कि उन्हें किन क्षेत्रों में अपने प्रदर्शन में सुधार करना है। लेकिन गेंदबाजी के रुप में उनकी टीम वाकई एक बेहतरीन टीम है। जैसन होल्डर और केमार रोच ने मैच में शानदार गेंदबाजी की। टेस्ट मैच में विंडीज के गेंदबाज किसी भी टीम के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। अगर वे ज्यादा रन बनाएं तो विपक्षी टीम के लिए मैच जीतना कठिन हो सकता है।"140 किलो वजनी रहकीम कॉर्नवाल को मोहम्मद शमी ने विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच करा दिया। विंडीज का आठवां विकेट 180 के स्कोर पर गिरा। विंडीज ने लंच के बाद 21 रन के अंतराल में चार विकेट गंवा दिए। विंडीज के कप्तान जैसन होल्डर ने शमी के एक ओवर में तीन चौके मारे और फिर अगले ओवर में जडेजा पर चौका मारकर विंडीज के 200 रन पूरे कर दिए। शमी ने केमार रोच को पंत के हाथों कैच कराकर भारत को नवीन सफलता दिलाई। रोच पांच रन ही बना सके। जडेजा ने होल्डर को बोल्ड किया और भारत ने दूसरा टेस्ट और सीरीज जीत ली। होल्डर ने 35 गेंदों पर 39 रन में नौ चौके लगाए। इससे पहले कल उपकप्तान अजिंक्या रहाणे (नाबाद 64) और हनुमा विहारी (नाबाद 53) की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत भारत ने अपनी दूसरी पारी चार विकेट पर 168 रन बनाकर घोषित की और वेस्टइंडीज को 468 रन का लक्ष्य दिया। रहाणे ने 109 गेंदों की अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया जबकि पहली पारी के शतकधारी हनुमा ने 76 गेंदों में आठ चौके लगाए। पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करने उतरी विंडीज की टीम की शुरुआत एक बार फिर खराब रही और उसे मात्र नौ रन के स्कोर पर क्रैग ब्रैथवेट के रुप में पहला झटका लगा। ब्रैथवेट को तेज गेंदबाज इशांत ने विकेट के पीछे रिषभ पंत के हाथों कैच कराकर उनकी पारी का अंत किया। ब्रैथवेट ने तीन रन बनाए। पहला विकेट गिरने के बाद कैरेबियाई टीम को दूसरा झटका शमी ने सलामी बल्लेबाज जॉन कैंपबेल को पवेलियन भेजकर दिया। शमी ने कैंपबेल को कप्तान विराट कोहली के हाथों कैच कराया। कैंपबेल ने 26 गेंदों में 16 रन की पारी में दो चौके लगाए। शुरुआती झटकों से घिरी वेस्टइंडीज की टीम ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक दो विकेट पर 45 रन बनाए और चौथे दिन लंच तक 100 रन जोड़कर दो विकेट गंवाए। लंच के बाद विंडीज की पारी का पतन होने में ज्यादा समय नहीं लगा।पहली पारी में 299 रनों की बड़ी बढ़त के साथ उतरी भारतीय टीम को दूसरी पारी में सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के रुप में पहला झटका लगा। मयंक चार रन बनाकर केमार रोच की गेंद पर पगबाधा हो गए। मयंक के आउट होने के कुछ देर बाद लोकेश राहुल भी रोच की गेंद पर विकेट के पीछे जहमर हेमिल्टन को कैच दे बैठे।। राहुल ने 63 गेंदों में एक चौके की मदद से छह रन बनाए। भारतीय पारी अभी शुरुआती झटकों से उबर भी नहीं पायी थी कि उसे 36 के स्कोर में तीसरा झटका कप्तान विराट के रुप में लगा। विराट रोच की पहली गेंद पर हेमिल्टन को कैच दे बैठे और बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए। चेतेश्वर पुजारा ने कुछ शॉट लगाकर भारतीय पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन जैसन होल्डर ने उन्हें आउट कर उनकी पारी का अंत कर दिया। पुजारा ने 27 रन में तीन चौके लगाए। महज 57 रन पर चार विकेट गिरने के बाद रहाणे ने हनुमा के साथ भारतीय पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 111 रनों की अविजित साझेदारी कर भारतीय टीम को 467 रनों की बढ़त दिला दी जिसके बाद कप्तान विराट ने पारी घोषित करने का निर्णय लिया। वेस्टइंडीज की तरफ से रोच ने 28 रन देकर तीन विकेट और होल्डर ने 20 रन देकर एक विकेट लिया।