लाॅकडाउन में अन्य राज्यों में रह रहे प्रदेश के मूल निवासियों का रखा जाए विशेष ध्यान : उप मुख्यमंत्री
卐 लाॅकडाउन के चलते अन्य राज्यों में रह रहे प्रदेश के नागरिकों के रहने व खाने की व्यवस्था का फीडबैक ले रहे हैं नोडल अधिकारी।
卐 सभी नोडल अधिकारियों के यहां संचालित हैं कंट्रोल रूम।
लखनऊ (सूचना एवं जनसंपर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि कोविड - 19 (करोना वायरस संक्रमण) के चलते देश के विभिन्न राज्यों में उत्तर प्रदेश के रह रहे व्यक्तियों के खानपान, रहने व उनकी समस्याओं का समाधान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पूरी गंभीरता के साथ किया जा रहा है। यही नहीं! उत्तर प्रदेश के अंदर अन्य राज्यों के रह रहे लोगों को भी सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। श्री मौर्य ने बताया कि 20 राज्यों में उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस व वरिष्ठ प्रशासनिक (सीनियर आइएएस / आइपीएस) अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है जो देश के विभिन्न राज्यों में बसे उत्तर प्रदेश के मूल निवासियों की भरपूर सहायता कर रहे हैं। नोडल अधिकारी उन राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर वहां पर रह रहे उत्तर प्रदेश के मूल निवासियों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु निरंतर वार्ता कर रहे हैं। लाॅकडाउन के कारण विभिन्न राज्यों में फँसे हुए लोगों में महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में ज्यादातर लोग हैं तथा कर्नाटक में भी काफी लोग हैं। लगभग 1,30,000 लोगों की समस्याओं का समाधान किया गया है और सभी के खानपान तथा जिन्हें रहने की व्यवस्था नहीं है उनके रहने की व्यवस्था आदि कराई गई है। उनके खानपान और रहने आदि के संबंध में नोडल अधिकारियों द्वारा लगातार फीडबैक लिया जा रहा है और स्थानीय प्रशासन से वार्ता कर समाधान भी किया जा रहा है। कुछ व्यक्तियों को भी फीडबैक कॉल की जा रही है ताकि पता रहे कि वास्तव में उनकी समस्या का समाधान हुआ है य नहीं। श्री मौर्य ने बताया कि सभी नोडल अधिकारियों को सरकार द्वारा निर्देशित किया गया है कि वह अपने आवंटित राज्य में उत्तर प्रदेश के रह रहे मूल निवासियों के बारे में लगातार वहां के वरिष्ठ अधिकारियों व जिलाधिकारियों से समन्वय कर वार्ता करते रहें तथा फीडबैक लेते रहें, ताकि किसी को कोई समस्या न होने पाएं।