ई लर्निंग और ई असेसमेंट वेबिनार में संकायों समेत विद्यार्थियों ने किया प्रतिभाग, हुए जागरूक
> ई लर्निंग और ई मूल्यांकन को हमें अपने दैनिक जीवन में आत्मसात करना होगा : कुलपति, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय
> डिजिटल शिक्षा के माध्यम से ज्ञान का आदान प्रदान कर सकते हैं विद्यार्थी : विरल डेढ़िया
> विभिन्न योगिक क्रियाओं, सहज योग व आसनों के बारे में विस्तृत रूप से हुई चर्चा।
कानपुर (मीडिया प्रभारी, डॉ रश्मि चतुर्वेदी)। हर्ष का विषय है कि महाविद्यालय (परा) किदवई नगर कानपुर द्वारा 26 मई 2020 को मैकेनिज्म ऑफ़ ई लर्निंग, ई असेसमेंट एंड सस्टेनेबल लाइफ स्टाइल इन करंट सिनेरियो, ई लर्निंग व ई मूल्यांकन का तंत्र एवं वर्तमान परिदृश्य में स्थायी जीवन शैली विषय पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या डॉ बी आर अग्रवाल द्वारा की गई। प्राचार्या द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया और उक्त वेबिनार में आए मुख्य अतिथि प्रो नीलिमा गुप्ता (कुलपति, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय), विशिष्ट अतिथि डॉ अनिल कुमार यादव (कुल सचिव, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय), मुख्य वक्ता प्रो राजीव चौधरी, पं रविशंकर शुक्ल (विश्व विद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़) एवं श्री विरल देढिया (एडफ्लाई लर्न, मुंबई का स्वागत किया और ई लर्निंग तथा ई मूल्यांकन तथा वर्तमान जीवन शैली पर तकनीक द्वारा पड़ने वाले प्रभावों की प्रासंगिकता एवं महत्त्व पर प्रकाश डाला। इस राष्ट्रीय वेबिनार की मुख्य अतिथि कानपुर विश्व विद्यालय की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने अपने वक्तव्य में ई लर्निंग और ई मूल्यांकन को वर्तमान समय की आवश्यकता बताते हुए कहा कि जनता कर्फ्यू के बीच यह डिजिटल तकनीक शिक्षकों एवं छात्राओं के बीच संचार की एक महत्वपूर्ण कड़ी बने और साथ ही इस बदलती जीवन शैली में योग के महत्त्व को अस्वीकारा नहीं जा सकता है अतः इन दोनों ही बातों को हमें अपने दैनिक जीवन में आत्मसात करना होगा। तत्पश्चात विशिष्ट अतिथि डॉ अनिल कुमार यादव ने अपने भाषण में कहा कि वेबिनार का विषय बहुत ही सार्थक है और सभी सम्बंधित व्यक्तियों को लाभान्वित करने वाला है। छात्र जीवन चुनौतियों से भरा होता है और इस समय की चुनौती को भी सरल तरीके से सुलझा सकेंगे जिसमें शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस वेबिनार के मुख्य वक्ता विरल डेढ़िया ने एडफ्लाई लर्न मुंबई द्वारा तकनीकी व डिजिटल शिक्षा हेतु ई लर्निंग व ई मूल्यांकन विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि किस प्रकार शिक्षक और छात्र प्रभावशाली तरीके से डिजिटल शिक्षा के माध्यम से ज्ञान का आदान प्रदान कर सकते हैं। दुसरे प्रमुख वक्ता प्रो राजीव चौधरी विभागाध्यक्ष शारीरिक शिक्षा विभाग पं रविशंकर शुक्ल विश्व विद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ द्वारा वर्तमान परिदृश्य में कायाकल्प के लिए योगिक जीवन शैली एक अस्थायी जीवन शैली के रूप में विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। साथ ही विभिन्न योगिक क्रियाओं, सहज योग व आसनों के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की। इससे पूर्व राष्ट्रीय वेबिनार की आयोजन सचिव श्रीमती दीपाली निगम (असिस्टेंट प्रोफेसर, शारीरिक शिक्षा विभाग) द्वारा विषय प्रवर्तन किया गया साथ ही मुख्य कार्यक्रम का सफल संचालन भी किया। डॉ प्रतिभा श्रीवास्तव ने मुख्य वक्ता का परिचय दिया तथा डॉ संगीता द्वारा मुख्य अतिथि का परिचय दिया गया। उक्त वेबिनार में भारतवर्ष के लगभग 1000 सदस्य सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़े रहे। साथ ही महिला महाविद्यालय की समस्त प्रवक्ताओं एवं शिक्षणेत्तर बंधुओं का सक्रीय सहयोग रहा। अंत में डॉ नीता मिश्रा (समन्वयक, आतंरिक गुणवत्ता सुनश्चयन प्रकोष्ठ द्वारा सभी को धन्यवाद प्रेषित किया गया।