8.74 लाख वृक्षारोपण स्थलों पर लगेंगे 30 करोड़ पौधे
व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण कार्य से लोगों को मिलेगा रोजगार : मुख्यमंत्री
> मुख्यमंत्री ने 25 करोड़ वृक्षारोपण अभियान-2020 की तैयारियों एवं प्रगति की समीक्षा की।
> प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को 05-05 पौधे उपलब्ध कराने के निर्देश।
> अन्य सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को भी 01-01 सहजन का पौधा उपलब्ध कराने के निर्देश।
> श्रमिकों और कामगारों को वृक्षारोपण कार्य में शामिल किए जाने के निर्देश।
> सहजन के 1.70 करोड़ पौधे वृक्षारोपण के लिए उपलब्ध हैं : प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण
25 करोड़ वृक्षारोपण अभियान-2020 की तैयारियों एवं प्रगति के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक करते मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी। (फोटो : मुख्यमंत्री सूचना परिसर)
लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जुलाई के प्रथम सप्ताह में पूरे प्रदेश में किसी एक दिन 25 करोड़ वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इस अभियान को संचालित किया जाए। इस सम्बन्ध में नोडल अधिकारियों को नामित किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण अभियान अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग घण्टे के अनुसार चलाया जाए। उन्होंने रणनीति व तकनीक को अपनाते हुए 25 करोड़ वृक्षारोपण अभियान को संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके सम्बन्ध में व्यापक जन जागरुकता व जन सहभागिता भी सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री जी ने गुरूवार 25 जून को अपने सरकारी आवास पर 25 करोड़ वृक्षारोपण अभियान-2020 की तैयारियों एवं प्रगति के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने वन विभाग को कृषि विभाग के साथ समन्वय करते हुए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को 05-05 पौधे उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के अलावा, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, शौचालय निर्माण, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना आदि के लाभार्थियों को भी 01-01 सहजन का पौधा रोपण के लिए वितरित किया जाए। इन्हें घरों के आस-पास रोपित किया जाए। इससे पोषण की समस्या का भी समाधान होगा। वृक्षारोपण अभियान में राजकीय विभागों व सामाजिक संस्थाओं के साथ-साथ एनसीसी, एनएसएस, स्काउट एण्ड गाइड, युवक मंगल दल, सिविल डिफेंस, नेहरू युवा केन्द्र आदि के अलावा, नौजवानों, व्यापारियों, स्वयंसेवी संगठनों और जनप्रतिनिधियों की भागादारी भी सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री जी ने श्रमिकों और कामगारों को वृक्षारोपण कार्य में शामिल किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने गंगा जी और अन्य नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों में कृषकों द्वारा फलदार पौधों के रोपण किए जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण के बाद पौधों का रख-रखाव व संरक्षण भी आवश्यक है। इसकी भी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पौधरोपण के समय भीड़ एकत्रित न हो और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए। उन्होंने 02 गज की दूरी, मास्क जरूरी, कोरोना हारेगा, भारत जीतेगा जैसे स्लोगन का उपयोग किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण कार्य से लोगों को रोजगार मिलेगा। साथ ही, पर्यावरण, प्राकृतिक संतुलन एवं जल संरक्षण को भी मदद मिलेगी। इस अवसर पर प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण सुधीर गर्ग ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराते हुए कहा कि वृक्षारोपण अभियान के तहत जैव विविधता के उद्देश्य से एक दिन में जनपद लखनऊ में 02 से 03 स्थानों पर 150 से अधिक प्रजातियों के पौधों का रोपण प्रस्तावित है, जो कि एक रिकॉर्ड होगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत निर्गत दिशा-निर्देशों का पालन वृक्षारोपण अभियान में सुनिश्चित किया जा रहा है। सहजन के 1.70 करोड़ पौधे वृक्षारोपण के लिए उपलब्ध हैं। छायादार, फलदार, औषधीय, पर्यावरणीय प्रजातियों के पौधों का रोपण किया जाएगा। 8.74 लाख वृक्षारोपण स्थलों का चयन किया जा चुका है। वृक्षारोपण स्थलों की जियो टैगिंग भी की जा रही है। 30 करोड़ पौधे वृक्षारोपण हेतु तैयार हैं। बैठक के दौरान वन एवं पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान, मुख्य सचिव आर के तिवारी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।