1 लाख टेस्ट का कीर्तिमान जो अर्जित किया गया है उसे बनाए रखा जाए : मुख्यमंत्री
> मुख्यमंत्री जी ने 1500 एंटीजन टेस्ट, 35 हज़ार आरटीपीसीआर टेस्ट तथा 2500 ट्रू नेट मशीन से टेस्ट प्रतिदिन करने के निर्देश दिए। 35 हज़ार आरटीपीसीआर तथा 65 हज़ार एंटीजन टेस्ट अर्जित करने से प्रतिदिन प्रदेश में 1 लाख टेस्टिंग के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
> मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री जी को कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर तथा झांसी मण्डलों की समीक्षा के निष्कर्षों से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री के टीम 11 को निर्देश :
> कोविड वाॅर्ड में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से स्थापित किए जाएं।
> होम आइसोलेशन के मरीजों से निरन्तर संवाद रखा जाए।
> कन्टेनमेंट जोन में होमगार्ड तथा पीआरडी के जवानों एवं एनसीसी के कैडेटों की सेवाएं प्राप्त की जाएं
> जनपदों में स्थापित जिला सेवायोजन कार्यालयों को सक्रिय बनाया जाए, राहत उपलब्ध कराइ जाए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 27 जुलाई 2020 को अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए। (फोटो : मुख्यमंत्री सूचना परिसर)
लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने टेस्टिंग क्षमता में लगातार वृद्धि किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि 25 लाख तक की जनसंख्या वाले जनपदों में 1 हजार से अधिक तथा 25 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों में 1,500 से अधिक टेस्ट एन्टीजन के माध्यम से प्रतिदिन किए जाएं। मुख्यमंत्री योगी सोमवार 27 जुलाई 2020 को अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद के प्रत्येक चिकित्सालय में रैपिड एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्था हो। उन्होंने ट्रूनैट मशीन के माध्यम से प्रतिदिन 2,500 से अधिक टेस्ट किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त तथा अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को कल मंगलवार 28 जुलाई, 2020 को बरेली और मुरादाबाद मण्डलों में कोविड-19 के दृष्टिगत स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की मौके पर समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा तथा अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज को भी कल मंगलवार को आगरा तथा अलीगढ़ मण्डलों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की मौके पर समीक्षा करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री जी को कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर तथा झांसी मण्डलों की समीक्षा के निष्कर्षों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि समीक्षा के दौरान डोर-टू-डोर सर्वे, काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग, संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध पाए गए लोगों का रैपिड एन्टीजन टेस्ट, एम्बुलेंस व्यवस्था, एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालय, मेडिकल काॅलेजों सहित सभी चिकित्सालयों में डाॅक्टरों द्वारा राउण्ड लिए जाने, होम आइसोलेशन व्यवस्था आदि की जानकारी प्राप्त की जाए। समीक्षा के सम्बन्ध में उन्हें रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एल-1 कोविड अस्पतालों में 50 प्रतिशत बेड्स पर ऑक्सीजन की व्यवस्था रहे। एल-2 कोविड चिकित्सालय के सभी बेड्स पर ऑक्सीजन उपलब्ध रहे। एल-3 अस्पताल के समस्त बेड्स पर ऑक्सीजन तथा वेंटीलेटर की उपलब्धता रहे। उन्होंने कोविड वाॅर्ड में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से स्थापित किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में आवश्यकतानुसार बेड्स की संख्या में वृद्धि के लिए एक अधिकारी को इंचार्ज के रूप में नामित किया जाए। उन्होंने जरूरत के हिसाब से वेन्टीलेटर्स की खरीद करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन के मरीजों से निरन्तर संवाद रखा जाए। मुख्यमंत्री ने कन्टेनमेंट जोन में होमगार्ड तथा पीआरडी के जवानों एवं एनसीसी के कैडेटों की सेवाएं प्राप्त किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बचाव के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किए जाने का कार्य जारी रखा जाए। इसके लिए विभिन्न संचार माध्यमों का उपयोग किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं। जनपदों में स्थापित जिला सेवायोजन कार्यालयों को सक्रिय बनाया जाए, इससे आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लक्ष्य की प्राप्ति में सहायता मिलेगी। उन्होंने खाद्यान्न वितरण कार्य को समय से तथा पूरी पारदर्शिता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दृष्टिगत जनपदों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं तथा प्रभावितों को समय से राहत एवं मदद उपलब्ध कराई जाए। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आर के तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल, पुलिस महानिदेशक हितेश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास तथा पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद एवं सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।