भागीदारी के आधार पर व्यापक अनुकूल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने में सक्षम है स्टार
> सामर्थ्य टीचर्स ट्रेनिंग एकेडमी ऑफ़ रिसर्च (स्टार) का उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने ज़ूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से किया शुभारम्भ।
> शैक्षिक परिवेश को उच्च स्तर देने की इस पहल के लिए उप मुख्यमंत्री ने जयपुरिया स्कूल ऑफ बिजनेस को बधाई दी।
> सेठ आनंदराम जयपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के प्रेजिडेंट ने स्टार के शुभारंभ पर पूरी टीम को बधाई दी।
> राष्ट्र विकास के उद्देश्य से योगदान देने के लिए कौशल का विकास करना होगा : डॉ दिनेश शर्मा
> ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत शिक्षकों में पेशे की विशेषज्ञता विकसित की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री दिनेश शर्मा ज़ूम वीडियो कालिंग से सामर्थ्य टीचर्स ट्रेनिंग एकेडमी ऑफ़ रिसर्च (स्टार) का उदघाटन कर शिक्षाविदों से वार्ता करते हुए। (फोटो : उदय सिंह)
कानपुर, 15 जुलाई 2020। जयपुरिया स्कूल ऑफ बिजनेस, दिल्ली एनसीआर के दिग्गज पीजीडीएम संस्थानों में एक और भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थान ने वर्चुअल माध्यम से 15 जुलाई को सामथ्र्य टीचर्स ट्रेनिंग एकेडमी ऑफ़ रिसर्च (स्टार) का शुभारंभ किया। इस अवसर पर देशभर के 2000 से अधिक प्रतिभागियों की भागीदारी थी। एकेडमी शुरू करने का मकसद शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों को आवश्यक कौशल और क्षमता प्रदान करना है जो पढ़ने का सही परिवेश देने के लिए चाहिए। इससे विद्यार्थियों को पढ़ाई का अधिक सार्थक अनुभव होगा। इस उद्देश्य से शिक्षकों में पेशे की विशेषज्ञता विकसित की जाएगी जिसका आधार विद्वानों की तरह जिज्ञासा, डिजाइन थिंकिंग का विकास और शोध है। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने स्टार का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि हमारे देश के समग्र विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा क्षेत्र का विकास करना है। विद्यार्थियों को शैक्षिक कौशल देना होगा और राष्ट्र विकास के मकसद से एकजुट होने और योगदान देने के लिए भी कौशल का विकास करना होगा। शिक्षकों की महत्ता बताते हुए उन्होंने कहा कि एक ठोस शिक्षा व्यवस्था की बुनियाद हमारे शिक्षकों की गुणवत्ता पर टिकी होती है। स्टार जैसी पहल निस्संदेह शिक्षकों के ज्ञान का फलक बढ़ाने में सहायक होगा और फलस्वरूप लाखों विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। शैक्षिक परिवेश को उच्च स्तर देने की इस पहल के लिए उन्होंने जयपुरिया स्कूल ऑफ बिजनेस को बधाई दी। इस अवसर पर अन्य विशिष्ट वक्ताओं में खास तौर से उल्लेखनीय हैं सेठ आनंदराम जयपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के प्रेजिडेंट शिशिर जयपुरिया, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता, भारत सरकार पूर्व-सचिव व लेखक अनिल स्वरूप, सीबीएसई, भारत सरकार के सचिव अनुराग त्रिपाठी, माध्यमिक शिक्षा, उत्तर प्रदेश सरकार की अतिरिक्त मुख्य सचिव आराधना शुक्ला, एकेडमिक काउंसिल के प्रेजिडेंट स्टार विनोद मल्होत्रा, शिक्षाविद इंगलैंड और मलेशिया मार्क पार्किंसन और शिक्षाविद् एवं वैज्ञानिक, वरिष्ठ सलाहकार, स्टार केन जोशुआ। शिशिर जयपुरिया ने कहा कि पूरी दुनिया में शिक्षा के परिवेश में आमूल परिवर्तन हो रहा है और इसका कारण आधुनिक तकनीक की उपलब्धता और महामारी से उत्पन्न अभूतपूर्व स्थिति है। उन्होंने कहा कि ये बदलाव स्थायी रहने वाले हैं और हर शिक्षण संस्थान को बने रहने के लिए तत्परता और लचीलापन के साथ खुद को बदलना होगा और आने वाले समय में स्कूलों को शिक्षा की हाइब्रीड पद्धति अपनानी होगी। वे जयपुरिया स्कूल ऑफ बिजनेस की इस पहल से बहुत उत्साहित थे और इसके शुभारंभ पर पूरी टीम को बधाई दी। स्टार के एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष विनोद मल्होत्रा ने कहा कि यह घोषणा करते हुए हमें खुशी है कि यूपी के विभिन्न निजी और सरकारी स्कूलों के शिक्षक ऑनलाइन ट्रेनिंग कोर्स का लाभ लेकर ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा देने का कार्य बखूबी जारी रखेंगे। इससे सभी स्कूलों को समय पर सिलेबस पूरा करने में मदद मिलेगी। इस अत्याधुनिक तकनीक का पूरे शिक्षक समुदाय को लाभ होगा। अनिल स्वरूप ने राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों के प्रशिक्षण को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के महत्व पर प्रकाश डाला और महामारी की चुनौतियों को अवसर में बदलने के लिए शिक्षकों में प्रभावी रणनीतियों और कौशल के विकास पर जोर दिया ताकि वे बदलते शिक्षा परिदृश्य के सांचे में ढल सकें। अनुराग त्रिपाठी ने शिक्षकों के सशक्तीकरण के लिए सीबीएसई के प्रयासों को सामने रखा और शिक्षा को अधिक पेशाकुशल बनाने की दिशा में क्या कदम उठाएं इस बारे में अपने विचार रखे। सुश्री आराधना शुक्ला ने बताया कि देश में प्रशिक्षित शिक्षकों की मांग बहुत बढ़ी है। साथ ही, शिक्षा के बेहतर परिणाम के लिए विश्वस्तरीय और भविष्य के लिए तैयार शिक्षक तैयार करने की मांग बढ़ने की जानकारी दी। अन्य वक्ताओं में केन जोशुआ और मार्क पार्किंसन ने शिक्षा परिदृश्य और शिक्षकों के प्रशिक्षण के महत्व पर वैश्विक दृष्टिकोण सामने रखते हुए शिक्षा के तीव्र विकास में शिक्षकों के प्रशिक्ष्ण को जरूरी बताया। स्टार एक उदार दृष्टिकोण के साथ सभी स्तरों पर शिक्षकों से नियमित संपर्क-संवाद करने को प्रतिबद्ध है और पूरी दुनिया की सर्वोत्तम प्रक्रियाओं का लाभ लेता है। यह शिक्षकों और संस्थानों की प्रशिक्षण संबंधी जरूरतों का विश्लेषण भी करता है। साथ ही, भागीदारी के आधार पर व्यापक अनुकूल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने में सक्षम है। वेबसाइट: www.sttar.in