उप मुख्यमंत्री ने दिए निर्माण कार्यों को निर्धारित समय में पूर्ण करने के निर्देश
> उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक उच्च स्तरीय बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा की।
> बैठक में सड़कों में केबल बिछाने के लिए डक्ट निर्माण के मसौदे पर हुई चर्चा, लाइनें डालने हेतु सड़क को खोदना नहीं पड़ेगा।
> इंटरस्टेट मार्गों के बॉर्डर पर प्रवेश द्वार बनाए जाने की भी कार्य योजना बनाई जाए : उप मुख्यमंत्री
> सड़कों के दृष्टिकोण से पिछड़े जिलों की सड़कों व संपर्क मार्गों के निर्माण का कार्य अमल में लाया जाए : उप मुख्यमंत्री
> विभागों के उल्लेखनीय व उत्कृष्ट कार्यों के व्यापक प्रचार प्रसार की दृष्टि एलईडी के माध्यम से प्रचार करने की व्यवस्था की जाए : उप मुख्यमंत्री
> सड़कों पर जहां कहीं भी स्पीड ब्रेकर मानक के अनुरूप नहीं बने हैं, उनको मानक के अनुरूप बनवाया जाए: उप मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य 6 अगस्त 2020 को अपने लखनऊ आवास पर विभागीय अधिकारियों के साथ प्रदेश के सर्वांगीण विकास करने हेतु चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक करते हुए। (फोटो : उप मुख्यमंत्री कार्यालय)
लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अयोध्या में पर्यटन के दायरे को बढ़ान के दृष्टिगत तथा अयोध्या की महिमा और गौरव के अनुकूल वहां पर विभागीय कार्यों में तेजी लाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि गोरखपुर, प्रयागराज ,लखनऊ से अयोध्या जाने वाले मार्गों पर अयोध्या की सीमा से पहले बड़े डाक बंगले बनाने की कार्य योजना बनाई जाए और तत्काल एस्टीमेट तैयार कर स्वीकृति ली जाए। उन्होंने कहा कि यह कार्य शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर कराया जाना है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य गुरुवार 6 अगस्त को अपने लखनऊ स्थित सरकारी आवास 7 - कालिदास मार्ग पर आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि 40 लाख रुपए तक की सीमा तक के ठेकों में ओबीसी / एससी / एसटी व सामान्य वर्ग के ठेकेदारों को ठेका दिए जाने हेतु आरक्षण की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि इंटरस्टेट मार्गों के बॉर्डर पर प्रवेश द्वार बनाए जाने की भी कार्य योजना बनाई जाए। उन्होंने कांवड़ पथ की योजना को भी मूर्तरूप दिये जाने के बारे में व्यापक दिशा निर्देश दिए। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों के दृष्टिकोण से जो जिले पिछड़े हों, उनका चयन किया जाए और विशेष प्राथमिकता देते हुए वहां पर सड़कों व संपर्क मार्गों के निर्माण का कार्य अमल में लाया जाए। उन्होंने कहा कि कार्य धरातल पर नजर आने चाहिए। उन्होंने कहा लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम व उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा बहुत ही उल्लेखनीय व उत्कृष्ट कार्य कराए गए हैं। इन कार्यों के प्रोजेक्शन और प्रजेंटेशन तथा व्यापक प्रचार प्रसार के दृष्टिकोण से मुख्यालयों पर एलईडी के माध्यम से प्रचार करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। तमाम विभागों की लाइनें, सड़कें खोद कर डाली जाती हैं ,इस संबंध में सड़कों में केबल बिछाने के लिए डक्ट निर्माण के मसौदे पर भी बैठक में चर्चा की गई, इसके बनने से सड़क को खोदना नहीं पड़ेगा। उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए की विभागीय मैनुएल्स की एक पुस्तिका तैयार की जाए साथ ही साथ एक पीरियाडिकली मैगजीन निकालने की कार्रवाई भी की जाए, जिसमें लोक निर्माण विभाग के विभिन्न शासनादेशों व विभिन्न तकनीकी विशेषज्ञताओं, उपलब्धियों आदि का उल्लेख किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़कों पर जहां कहीं भी स्पीड ब्रेकर मानक के अनुरूप नहीं बने हैं, उनको मानक के अनुरूप बनवाया जाए ताकि कोई दुर्घटना की संभावना न रहे। यह आशंका इसलिए जताई गयी कि कहीं कहीं ग्रामीण अपनी मर्जी से स्पीड ब्रेकर बना देते हैं, इसलिए इसका निरीक्षण कर लिया जाए। समीक्षा के दौरान बताया गया कि इस वर्ष प्रदेश के 175 खंडों में हर्बल मार्गों के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसमें से 171 खंडों में बरगद, आंवला, पीपल, अशोक आदि के पौधे सड़कों के किनारे लगाए गए हैं। उन्होंने पर्यावरण संतुलन, संरक्षण व संवर्धन के दृष्टिकोण से इन पौधों की सुरक्षा के व्यापक प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग मुख्यालय के पास विशेश्वरैय्या जी के नाम से भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण किया जाना है, जिसके लिए कार्य योजना बनाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि 15 सितंबर को इंजिनियर्स डे पर इसका शिलान्यास कराए जाने की तैयारी की जाए। श्री मौर्य ने पुराने आरओबी / फ्लाईओवर / पुलो / पुलियों आदि का निरीक्षण करने के निर्देश दिए और कहा कि जो जर्जर हों उनकी रिपेयरिंग की जाए या नव निर्माण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने रोड साइनेज की क्वालिटी पर भी विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। बैठक में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव लोक निर्माण विभाग समीर वर्मा व रंजन कुमार, विभागाध्यक्ष लोक निर्माण विभाग राजपाल सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित थे।