आज भारत और डेनमार्क इस वर्चुअल समिट के माध्यम से हमारे इरादों को नई दिशा और गति दे रहे हैं : पीएम मोदी
आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत हम आल राउंड रिफॉर्म्स पर जोर दे रहें हैं : पीएम मोदी
> प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन ने दूसरे इंडिया - नार्डिक समिट को होस्ट करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के समक्ष प्रस्ताव रखा।
> डेनमार्क की पीएम और भारत के पीएम ने एक वर्चुअल समिट के दौरान ग्रीन स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की।
> गुजरात के साथ जल प्रौद्योगिकी गठबंधन की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के साथ एक और प्रभावशाली कदम उठाया गया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 28 सितम्बर 2020 को डेनमार्क की पीएम मेटे फ्रेडरिकसेन के साथ भारत - डेनमार्क वर्चुअल समिट के दौरान। (फोटो : पी एम ओ)
नई दिल्ली (पी आई बी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन ने एक आभासी शिखर सम्मेलन आयोजित किया, जिसने सहयोगी द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने के लिए एक व्यापक राजनीतिक दिशा प्रदान की। भारत - डेनमार्क आभासी द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन टिप्पणी - नमस्कार, मान्यवर। इस वर्चुअल समिट के माध्यम से आपसे बात करने का अवसर मिल रहा है, इसकी मुझे बहुत प्रसन्नता है। सबसे पहले मैं डेनमार्क के कोविड-19 के कारण हुई क्षति के लिए संवेदना व्यक्त करता हूँ। इस संकट से निपटने में आपके कुशल नेतृत्व का अभिनन्दन भी करता हूँ। सभी व्यस्तताओं के बीच आपने इस वार्तालाप के लिए समय निकाला, यह हमारे आपसी रिश्तों के प्रति आपके विशेष फोकस और कमिटमेंट को दर्शाता है। हाल ही में आपका विवाह हुआ। मैं इसके लिए आपको मंगलमय शुभकामनाएं देता हूँ और आशा करता हूँ कि कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति सुधरने के बाद, शीघ्र ही हमें आपका सपरिवार भारत में स्वागत करने का अवसर मिलेगा। मुझे विश्वास है कि आपकी बेटी इदा फिर से भारत आने के लिए अवश्य आतुर होगी। कुछ महीने पहले फ़ोन पर हमारी बहुत प्रोडक्टिव बात हुई। हमने कई क्षेत्रों में भारत और डेनमार्क के बीच सहयोग बढ़ाने के बारे में चर्चा की थी। यह प्रसन्नता का विषय है कि आज हम इस वर्चुअल समिट के माध्यम से इन इरादों को नई दिशा और गति दे रहे हैं। डेनमार्क 2009 से, जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, वाइब्रेंट गुजरात समिट में लगातार सम्म्लित हो रहा है इसलिए डेनमार्क के प्रति मेरा विशेष लगाव भी रहा हैl मैं दूसरे इंडिया - नार्डिक समिट को होस्ट करने के आपके प्रस्ताव के लिए आभारी हूँ। स्थिति सुधरने के बाद डेनमार्क आना और आपसे मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी। मान्यवर, पिछले कई महीनों की घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमारे जैसे लाइक माइंडेड देशों का, जो एक नियम आधारित, पारदर्शी, मानवीय और डेमोक्रेटिक वैल्यू सिस्टम शेयर करते हैं, साथ मिल कर काम करना कितना आवश्यक है। वैक्सीन डेवलपमेंट में भी लाइक माइंडेड देशों के बीच सहभागिता से इस महामारी से निपटने में मदद मिलेगी। इस महामारी के दौरान, भारत की फार्मा उत्पादन क्षमताएं पूरे विश्व के लिए उपयोगी रहीं हैं। हम यही प्रयास वैक्सीन के क्षेत्र में भी कर रहें हैं। हमारे आत्मनिर्भर भारत अभियान का भी यही प्रयास है कि प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों में भारत की क्षमताएं बढ़ें, और वे विश्व के भी काम आयें। इस अभियान के तहत हम आल राउंड रिफॉर्म्स पर जोर दे रहें हैं। रेगुलेटरी और (टैक्सेशन रिफॉर्म्स) कराधान में सुधार से भारत में काम करने वाली कंपनियों को लाभ मिलेगा। अन्य क्षेत्रों में भी सुधर की प्रक्रिया निरंतर चालू हैं। हाल ही में कृषि और श्रम क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं। मान्यवर, कोविड-19 ने दिखाया है कि ग्लोबल सप्लाई चेन्स का किसी भी सिंगल सोर्स पर अत्यधिक निर्भर होना जोखिम भरा है। हम जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मिल कर सप्लाई चेन डायवर्सिफिकेशन और तन्यकता के लिए काम कर रहें हैं। अन्य लाइक माइंडेड देश भी इस प्रयत्न में जुड़ सकते हैं। इस संदर्भ में मेरा मानना है कि हमारी वर्चुअल समिट ना सिर्फ़ भारत - डेनमार्क संबंधों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी, बल्कि वैश्विक चुनौतियों के प्रति भी एक साझा एप्रोच बनाने में मदद करेगी। एक बार फिर से, मान्यवर, आपके समय के लिए बहुत - बहुत धन्यवाद। अब मैं आपको अपने ओपनिंग रिमार्क्स के लिए आमंत्रित करना चाहूँगा।