तीन बहनों पर सोते समय फेंका तेजाब, देर रात मुठभेड़ के बाद आरोपी गिरफ्तार
गोंडा। परसपुर थाना क्षेत्र के पसका गांव में सोमवार 12 अक्टूबर देर रात घर में सो रहीं तीन दलित बेटियों पर किसी व्यक्ति ने एसिड डाल दिया। इससे तीनों गंभीर रूप से झुलस गईं। तीनों बेटियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बड़ी बेटी की हालत नाजुक बनी हुई है। घटना की सूचना पर डीआईजी, डीएम व एसपी मौके पर पहुंचे और गांव के लोगों से पूछताछ की। पीड़िता के पिता गुरई ने थाना परसपुर में घटना की एफआईआर दर्ज कराई है। थाना परसपुर क्षेत्र के पसका गांव में रहने वाले दलित गुरई की बड़ी बेटी खुशबू (17), मंझली बेटी कोमल (7) व छोटी बेटी आंचल (5) सोमवार रात अपने घर की पहली मंजिल पर बने कमरे में सो रही थीं। तभी देर रात कुछ लोग छत पर चढ़ आए और खुशबू पर एसिड फेंक दिया। जिससे वह झुलस गई। एसिड से झुलसी बेटियां शोर मचाते हुए नीचे भागीं। जब तक मामला पिता गुरई की समझ में आता बेटियां दौड़कर उनसे चिपक गईं और एसिड की जलन से तड़पने लगीं। एसिड की चपेट में आने से कोमल व आंचल भी गंभीर रूप से झुलस गईं थीं। एसिड के प्रभाव से पिता की बनियान भी जल गई। तीनों बेटियों को फौरन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बताया जा रहा है कि बड़ी बेटी खुशबू को ही लक्ष्य बनाकर एसिड फेंका गया था, क्योंकि वह बुरी तरह से झुलसी है। जिला अस्पताल में तीनों का इलाज चल रहा है। घटना के बाद मंगलवार सुबह गुरई के घर के पीछे पुलिस को बांस की एक बल्ली मिली है। आशंका है कि एसिड फेंकने के आरोपी इसी बल्ली के सहारे घर की पहली मंजिल तक पहुंचे होंगे। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं की बारीकी से पड़ताल कर रही है। डीएम डॉ नितिन बंसल का कहना है कि तीनों बेटियां खतरे से बाहर हैं और अधिकारियों की निगरानी में उनका इलाज कराया जा रहा है। पीड़ित परिवार को रानी लक्ष्मीबाई सम्मान कोष से आर्थिक मदद की संस्तुति भेजी गई है। जल्द ही सहायता दिलाई जाएगी। आरोपी की तलाश में घर से 100 मीटर तक दौड़ता रहा खोजी कुत्ता
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी। घटनास्थल पर पहुंचे डॉग स्क्वाएड ने भी आरोपी के बारे में पड़ताल की। खोजी कुत्ता गुरई के घर से 100 मीटर की दूरी तक दौड़ता रहा। मगर वह आरोपी किधर से आए इसका संकेत नहीं दे सका। इतना जरूर रहा कि खोजी कुत्ते के संकेत से संभावना जताई जा रही है कि आरोपी बाहर का नहीं बल्कि गांव का ही हो सकता है। परसपुर के पसका गांव में तीन दलित बेटियों पर हुई एसिड अटैक की घटना पुलिस के लिए नई चुनौती बन गई है। परिवार की ओर से किसी को नामजद न किए जाने से पुलिस उलझ गई है। सबसे पहले पुलिस घटना का मोटिव तलाशने की कोशिश कर रही है। परसपुर थानाध्यक्ष सुधीर सिंह ने बताया कि घटना में शामिल लोगों के बारे पता लगाने के लिए पुलिस टीमें बनाई गईं हैं। माना जा रहा है कि देर रात तक मामले में पुलिस को कुछ न कुछ सुराग मिल जाएगा। पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि पसका गांव में तीन बेटियों पर एसिड फेंके जाने की घटना काफी गंभीर है। आरोपियों की पहचान और तलाश के लिए टीमें गठित की गईं हैं। हर पहलू की जांच की जा रही है। मामले में बेटियों के पिता की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है। पुलिस टीम पड़ताल कर रही है। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। पसका गांव में तीन बेटियों पर एसिड अटैक के बाद मंगलवार सुबह एसपी के आदेश पर मौके पर पहुंची पुलिस की फोरेंसिक टीम ने घर के कमरे में कई जगह से एसिड के नमूने लिए। फोरेंसिक विशेषज्ञ ने घर के छज्जे पर और घर के नीचे भी मिले एसिड व उसकी बोतल के भी नमूने लिए हैं। इसके साथ ही एसिड की बोतल से फिंगर प्रिंट भी लिए गये हैं। टीम ने मौके पर फोटोग्राफी भी की ताकि विवेचना में मदद मिल सके। परसपुर थाने के एसिड अटेक मामले में वांछित अभियुक्त आशीष कुमार उर्फ छोटू को परसपुर व एसओजी टीम ने मिलकर करनैलगंज हुजूरपुर मार्ग स्थित वैकुंठ नाथ महाविद्यालय के निकट पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान अभियुक्त के दाहिने पैर में गोली लगी है। मौके से एक देसी तमंचा व कारतूस भी बरामद किया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र कुमार सिंह ने बताया की पीड़िताओं के बयान में अभियुक्त आशीष कुमार उस छोटू का नाम प्रकाश में आया था। नाम आने के बाद पुलिस सरगर्मी से उसका तलाश कर रही थी। मुखबिरों से सूचना मिली कि अभियुक्त अपनी बहन विशेस्वर गंज बहराइच के यंहा से आ रहा है। पुलिस घेराबंदी के दौरान उसे करनैलगंज हुजूरपुर मार्ग स्थित बैकुंठनाथ महाविधालय के पास देवापसिया मोड़ पर रोकने की कोशिश की इस दौरान उसकी बाइक फिसल गई और उसने पुलिस पर फायर करना शुरू कर दिया। जबाबी फायरिंग में गोली उसके दाहिने पैर पर लगीं। और उसे पकड़ लिया गया। मौके से देशी तमंचा व कारतूस भी बरामद किया गया है।मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। अपर पुलिस अधेक्षक महेन्द कुमार व सीओ मुन्ना उपाध्याय खुद मौके पर मौजूद है।घायल अभियुक्त को स्थानीय सीएचसी में भर्ती करवाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने लड़कियों पर तेज़ाब फेंकें जाने की इस घटना का संज्ञान लिया। दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। जिला प्रशासन को तत्काल अनुमन्य सहायता राशि उपलब्ध कराए जाने तथा समुचित चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के भी निर्देश दिए।