अब तक लगभग 13613 किलोमीटर लंबाई में मार्गों के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य किया गया : मौर्य
उन्नत तकनीक की बेहतर सड़क निर्माण हेतु अग्रसर है लोक निर्माण विभाग
> केंद्रीय मार्ग निधि के अंतर्गत 117 प्रमुख जिला मार्गों / अन्य जिला मार्गों के सापेक्ष 108 मार्गों का दो लेन चौड़ीकरण पूर्ण
> एशियन डेवलपमेंट बैंक परियोजना के अंतर्गत 8 मार्गों के 5 मार्गों का विकास कार्य पूर्ण> विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत प्रथम चरण में चयनित 4 कार्यों में 1 कार्य पूर्ण
> इण्डो - नेपाल बॉर्डर मार्ग निर्माण परियोजना के अंतर्गत 12 कार्यों में 09 कार्य पूर्ण
दैनिक कानपुर उजाला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश में वर्तमान सरकार के अब तक के कार्यकाल में लगभग 13613 किलोमीटर लंबाई में मार्गों के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य किया गया है। यातायात को सुगम एवं सुदृढ़ बनाए जाने के उद्देश्य से लोक निर्माण विभाग द्वारा नियमित रूप से महत्वपूर्ण मार्गों का राज्य योजना, राज्य सड़क निधि, केंद्रीय मार्ग निधि, विश्व बैंक परियोजना, एशियन विकास बैंक परियोजना आदि योजनाओं में चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्रीय मार्ग निधि के अंतर्गत 3035 करोड़ रुपये की लागत से 117 प्रमुख जिला मार्गों / अन्य जिला मार्गों की 1828 किलोमीटर लंबाई का दो लेन में चौड़ीकरण किया जा रहा है, जिसके सापेक्ष 108 कार्यों को शत प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है, शेष कार्य प्रगति पर हैं। एशियन डेवलपमेंट बैंक परियोजना के अंतर्गत 2782 करोड़ रुपये की लागत से 8 मार्गों का विकास किया जा रहा है, जिनकी कुल लंबाई 424 किलोमीटर है, जिनके साथ के 5 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं एवं शेष तीन कार्य प्रगति पर हैं। विश्व बैंक परियोजना की कुल लागत 3700 करोड़ रुपये है। प्रथम चरण में 4 कार्य चयनित हैं, एक कार्य पूरा हो गया है और तीन कार्य प्रगति पर हैं। द्वितीय चरण में मार्गों का चिह्नांकन किया जा चुका है। दो कार्यों का डीपीआर गठन पूर्ण कर लिया गया है। इण्डो - नेपाल बॉर्डर मार्ग निर्माण परियोजना के अंतर्गत 12 कार्य, लंबाई 236 किलोमीटर एवं लागत 1047 करोड़ रुपये के कार्य किये जाने थे, जिसके सापेक्ष 09 कार्य, लंबाई 114 किलोमीटर (बाधारहित) एवं लागत 413 करोड़ रुपये के कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं, शेष कार्य प्रगति में हैं। इस परियोजना के अंतर्गत 186 किलोमीटर लंबाई में फॉरमेशन लेवल एवं 172 किलोमीटर लम्बाई में सरफेसिंग लेवल तक का कार्य पूर्ण है।