आगामी जुलाई माह में 5,000 नए स्वास्थ्य उप केन्द्र स्थापित करने की प्रक्रिया प्रारम्भ की जाए : मुख्यमंत्री
> वृद्धाश्रम में निवासरत वृद्धजन की जरूरतों एवं समस्याओं का त्वरित संज्ञान लिया जाए : मुख्यमंत्री
> उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की तर्ज पर महिला एवं बाल विकास विभाग ऐसी महिलाओं के संबंध में भी विस्तृत कार्ययोजना तैयार करे : मुख्यमंत्री
उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री को कराया अवगत
गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए 80 फीसदी भूमि क्रय की गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 30 जून, 2021 को लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करते हुए।
दैनिक कानपुर उजाला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने "ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट" की नीति के अनुरूप कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण नियंत्रित स्थिति में है, किन्तु कोरोना वायरस समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए संक्रमण की रोकथाम के सम्बन्ध में पूरी सतर्कता एवं सावधानी बरती जाए। मुख्यमंत्री योगी को लोकभवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 165 नए मामले प्रकाश में आए हैं। इसी अवधि में 292 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 2,796 है। मुख्यमंत्री को यह भी अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में कुल 2,57,818 कोरोना टेस्ट किये गये हैं। राज्य में अब तक 05 करोड़ 78 लाख 44 हजार 27 कोविड टेस्ट किए गए हैं। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.5 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस कमजोर हुआ है मगर समाप्त नहीं। इसलिए हर स्तर पर पूरी सतर्कता बरतना जरूरी है। थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि अनेक राज्यों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट "डेल्टा प्लस" से संक्रमित मरीज पाए जा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार इस वैरिएंट के संक्रमण की तीव्रता वायरस के अन्य स्वरूपों से अधिक है। इसके दृष्टिगत अतिरिक्त सावधानी बरती जाए। विशेषज्ञों के परामर्श के अनुरूप सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को त्वरित और गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए संकल्पित भाव के साथ प्रयास कर रही है। इसके दृष्टिगत विकास खंड स्तर पर स्वास्थ्य उप केन्द्र की संख्या में वृद्धि करने की आवश्यकता है। वर्तमान में प्रदेश में 18 हजार से अधिक स्वास्थ्य उप केन्द्र संचालित हैं। आगामी जुलाई माह में 5,000 नए स्वास्थ्य उप केन्द्र स्थापित करने की प्रक्रिया प्रारम्भ की जाए। यह लोगों को त्वरित चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने में उपयोगी सिद्ध होंगे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इस संबंध में तत्काल कार्यवाही प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्र पर मेडिकल स्टाफ पूरी क्षमता के साथ कार्य करे। सभी जनपदों के सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में मेडिकल उपकरणों की क्रियाशीलता, परिसर की स्वच्छता, रंगाई - पुताई और मैन पावर की पर्याप्त उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण निराश्रित हुईं महिलाओं की आजीविका के लिए समुचित प्रबंध किया जाना आवश्यक है। निराश्रित महिलाओं के आर्थिक उन्नयन के लिए राज्य सरकार सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कराएगी। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की तर्ज पर महिला एवं बाल विकास विभाग ऐसी महिलाओं के संबंध में भी विस्तृत कार्ययोजना तैयार करे। उन्होंने निर्देशित किया कि निराश्रित महिला पेंशन के लिए अर्ह महिलाओं को पेंशन का लाभ दिलाने के लिए विकास खण्ड / न्याय पंचायत स्तर पर विशेष शिविर आयोजित किए जाएं। राजस्व विभाग द्वारा ऐसी महिलाओं को प्राथमिकता के साथ नियमानुसार पारिवारिक उत्तराधिकार का लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वृद्धाश्रम में निवासरत वृद्धजन की जरूरतों एवं समस्याओं का त्वरित संज्ञान लिया जाए। इनके स्वास्थ्य की देखभाल की बेहतर व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए भूमि के क्रय सहित अन्य सभी आवश्यक प्रक्रियाओं को तेजी से पूरा किया जाए। बैठक में अवगत कराया गया कि अब तक 63,362 किसानों से 5,261 हेक्टेयर भूमि क्रय की जा चुकी है। यह भूमि परियोजना की कुल जरूरत की 80 फीसदी है। शेष 1,221 हेक्टेयर भूमि की खरीद प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों के जल स्तर की सतत माॅनीटरिंग की जाए। एन.डी.आर.एफ., एस.डी.आर.एफ. सहित आपदा प्रबंधन की सभी टीमों को सक्रिय रखा जाए। बाढ़ / अतिवृष्टि की स्थिति में प्रभावित परिवारों को तत्काल हर सम्भव राहत एवं मदद प्रदान की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस महानिदेशक हितेश चन्द्र अवस्थी आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उन्होंने विभिन्न दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। श्री अवस्थी ने प्रदेश पुलिस की छवि को बेहतर बनाने में योगदान दिया है, जिसके कारण देश में उत्तर प्रदेश पुलिस की सराहना की जा रही है। कोविड महामारी के दौरान श्री अवस्थी ने पुलिस महानिदेशक के महत्वपूर्ण कर्तव्यों को पूरी निष्ठा से निभाया। इस अवधि में पुलिस के मानवीय पक्ष ने पूरे देश को प्रभावित किया। कोविड प्रबंधन के लिए गठित टीम - 09 के सदस्य के रूप में भी श्री अवस्थी की भूमिका सराहनीय रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीम - 09 की एक सदस्य अपर मुख्य सचिव राजस्व व बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रही हैं। उनके नेतृत्व में राजस्व विभाग ने वरासत अभियान का सफल क्रियान्वयन किया, जिसकी सराहना पूरे देश में हुई। कोरोना काल में प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग, क्वारंटीन सेंटर एवं सामुदायिक किचन आदि के संचालन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा उनके नेतृत्व में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए सराहनीय कार्य किए गए।